धमधा क्षेत्र के किसानों की फरियाद : कर्ज से मुक्ति दिलाने कलेक्टर से गुहार

टमाटर की गिरती कीमत और नोटबंदी के कारण नहीं चुका पाए लोन, अब ब्याज बोझ से दोगुना-तिगुना हुआ कर्ज

धमधा क्षेत्र के किसानों की फरियाद : कर्ज से मुक्ति दिलाने कलेक्टर से गुहार

दुर्ग जिले के धमधा क्षेत्र के किसानों ने कर्ज से छुटकारा दिलाने की मांग को लेकर बुधवार को कलेक्टर अभिजीत सिंह को ज्ञापन सौंपा। किसानों का कहना है कि टमाटर की फसल से उचित दाम न मिलने और नोटबंदी की मार के चलते वे बैंक का केसीसी लोन नहीं चुका पाए। अब ब्याज की रकम इतनी बढ़ गई है कि मूलधन से कई गुना अधिक हो गई है।

दुर्ग। धमधा क्षेत्र के खपरी, परस बोड, कोल्हापुर, बरहमपुर, करेली डंगनिया, बिरजापुर सहित कई गांवों के किसानों ने बुधवार को दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह को ज्ञापन सौंपकर कर्ज से मुक्ति दिलाने की मांग की। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य दानेश्वर साहू और थोक फल-सब्जी मंडी के कार्यकारी अध्यक्ष व कांग्रेस प्रवक्ता नासिर खोखर भी मौजूद रहे।

किसानों ने बताया कि उन्होंने 2012-13 में आईडीबीआई बैंक की नेहरू नगर और भिलाई शाखा से केसीसी लोन लिया था। लेकिन टमाटर की फसल को उचित दाम नहीं मिलने और नोटबंदी के कारण वे कर्ज चुकाने में असमर्थ रहे। नतीजतन मूलधन पर दो से तीन गुना तक ब्याज चढ़ चुका है। किसानों का कहना है कि वे अपनी जमीन बेचकर भी कर्ज चुकाने को तैयार हैं, बशर्ते बैंक वन-टाइम सेटलमेंट करे। लेकिन बैंक इस पर तैयार नहीं है और लगातार नोटिस भेज रहा है, जिससे किसान भयभीत हैं।

नासिर खोखर ने कहा कि धमधा क्षेत्र के अधिकांश किसान टमाटर की खेती पर निर्भर हैं। मौसमी नुकसान और फसल के उचित दाम न मिलने से किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। जिस तरह कांग्रेस शासनकाल में किसानों का कर्ज माफ हुआ था, उसी तरह प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को उनकी समस्या पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया कि बैंक प्रबंधन से चर्चा कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।