बिजली दरों में लगातार बढ़ोतरी से गुस्साई कांग्रेस का प्रदर्शन, दुर्ग बिजली कार्यालय का घेराव
19.6% तक बढ़े बिजली शुल्क के खिलाफ कांग्रेस का मोर्चा, अरुण वोरा बोले – “भाजपा सरकार गरीबों की थाली से रोटी छीन रही”

छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में बार-बार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा सरकार द्वारा पिछले डेढ़ वर्षों में तीसरी बार बिजली दरें बढ़ाने के विरोध में 17 जुलाई को दुर्ग में कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया और बिजली कार्यालय का घेराव किया। वरिष्ठ नेता अरुण वोरा ने इसे आमजन के खिलाफ "आर्थिक अत्याचार" करार दिया।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर बिजली दरों में बार-बार वृद्धि का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन का बिगुल फूंका। 17 जुलाई 2025 को दुर्ग के आदित्य नगर स्थित बिजली कार्यालय के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने मिलकर "बिजली ऑफिस घेराव" आंदोलन किया।
सरकार द्वारा हाल ही में 20 पैसे प्रति यूनिट की दर वृद्धि के बाद घरेलू उपभोक्ताओं पर कुल भार 19.6% तक पहुंच चुका है। इस लगातार बढ़ोतरी से आम आदमी, खासकर मध्यमवर्गीय परिवार, किसान और छोटे व्यापारी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण वोरा ने कहा,
“बिजली उत्पादन में अग्रणी छत्तीसगढ़ राज्य की जनता को ही सबसे महंगा बिल देना पड़ रहा है। यह सरकार की जनविरोधी नीति का प्रमाण है। भाजपा इसे ‘मामूली वृद्धि’ कहती है, लेकिन आम जनता की थाली से रोटी छिनना मामूली नहीं होता। ₹800-₹1000 का मासिक बिजली बिल अब ₹1500-₹2000 तक पहुँच गया है।”
प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे कई नागरिकों ने बताया कि उन्होंने बिजली की खपत घटाई, फिर भी उन्हें भारी-भरकम बिल मिला। एक बुजुर्ग महिला ने कहा,
“हमने एसी तक नहीं चलाया, फिर भी ₹1800 का बिल आ गया।”
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इनमें शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल, छाया सांसद राजेन्द्र साहू, दीपक दुबे, संजय कोहले, महिला कांग्रेस की कन्या ढीमर, और कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष विकास सापेकर सहित दर्जनों नेता शामिल थे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आयोजित इस आंदोलन को स्थानीय जनता का भी व्यापक समर्थन मिला। कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक बिजली दरों में की गई वृद्धि को वापस नहीं लिया जाता, तब तक इस तरह के विरोध प्रदर्शन पूरे राज्य में जारी रहेंगे।