ब्रेकिंग न्यूज : भिलाई से घर छोड़ भागीं 4 नाबालिग लड़कियां, नागपुर में मिलीं; मुम्बई जा रही थीं
महादेव घाट घूमने गईं चार सहेलियां घर लौटने से घबराईं, गैस चूल्हा बेचकर ट्रेन से भागी; सीसीटीवी व जीआरपी की मदद से पुलिस ने नागपुर में किया रेस्क्यू
भिलाई की चार नाबालिग लड़कियां सिर्फ इसलिए घर छोड़कर भाग निकलीं क्योंकि उन्हें डर था कि देर रात लौटने पर मां-बाप डांटेंगे या पीटेंगे। महादेव घाट घूमने गईं सहेलियां सीधे नागपुर स्टेशन पहुंचीं और मुंबई जाने की तैयारी कर रही थीं। लेकिन समय रहते पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और जीआरपी की मदद से सभी को सुरक्षित खोज लिया।
भिलाई (सन टाइम्स)। छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सुपेला थाना क्षेत्र से चार नाबालिग लड़कियां मंगलवार दोपहर से लापता हो गई थीं। इनमें तीन—उषा, संजना और रोशनी शांति नगर कन्या शाला की छात्राएं हैं, जबकि चौथी लड़की विशाखा एक कपड़े की दुकान में काम करती है। विशाखा की दोस्ती उषा से हुई थी, जिसके जरिए वह भी इस ग्रुप में शामिल हो गई।
दरअसल, 21 जुलाई को चारों सहेलियों ने महादेव घाट घूमने का प्लान बनाया और दोपहर को घर से निकल पड़ीं। शाम तक जब घर नहीं लौटीं, तो परिजन परेशान हो गए। उसी दौरान संजना ने बताया कि एक दिन पहले जब वह बर्थडे पार्टी से देर से लौटी थी तो उसके माता-पिता ने उसकी पिटाई की थी। इस बार फिर लेट हुई तो उन्हें और मार पड़ सकती है, इसलिए उन्होंने घर वापस न जाकर भागने का फैसला कर लिया।
चारों पहले संजना की मौसी अन्नपूर्णा के पास दुर्ग के आसपास गईं। वहां से मुंबई जाने के लिए पैसे नहीं थे, तो मौसी के घर का गैस चूल्हा बेच दिया, जिससे ₹300 मिले। इसके बाद सभी रात 9 बजे की ट्रेन से नागपुर रवाना हुईं। वहां से सुबह 7 बजे की ट्रेन से मुंबई निकलने वाली थीं।
इधर बच्चियों की गुमशुदगी की खबर मिलते ही सुपेला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लोकेशन ट्रेस कर नागपुर स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ की मदद से उन्हें खोज निकाला।
पूछताछ में बच्चियों ने सारी बात कबूली। इसके बाद चारों को नागपुर के सरकारी बालिका गृह में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस पार्टी और परिजन नागपुर पहुंच चुके हैं, और बच्चियों को सुपुर्द करने की प्रक्रिया जारी है।