तिरगा ग्राम पंचायत में कांग्रेस की जीत के बाद बवाल, दुर्ग में फर्जी मतदान कराने का आरोप

दुर्ग। दुर्ग जिले के ग्राम तिरगा में पंचायत चुनाव के बाद ग्रामीणों ने सोमवार देर शाम जमकर बवाल किया। ग्रामीणों ने फर्जी और प्रलोभन देकर मतदान कराने का आरोप लगाते हुए मतगणना स्थल का घेराव कर दिया। सोमवार को दुर्ग जनपद में मतदान के बाद मतगणना का कार्य किया गया। इसमें तिरगा ग्राम पंचायत में कांग्रेस समर्थित सरपंच प्रत्याशी घसियाराम 30 मतों से विजय हुए। उन्होंने भाजपा समर्थित प्रत्याशी मुकेश बेलचंदन को हराया।
भाजपा प्रत्याशी मुकेश बेलचंदन ने सैकड़ों ग्रामीणों को लेकर मतगणना स्थल का घेराव करने पहुंच गए। मुकेश बेलचंदन ने कहा कि उनकी एक नहीं सुनी गई और घासियाराम को जीत का सर्टिफिकेट दे दिया। मुकेश बेलचंदन ने जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा और रिकाउंटिंग की मांग की। वहीं ग्रामीणों ने इस मामले में मंगलवार को कलेक्टोरेट का घेराव करने की बात कही है।
मतदान के समय दिव्यांग और बुजुर्गों को मतदान काउंटर तक ले जाने के लिए रेडक्रास और स्काउट के स्कूली बच्चों की ड्यूटी लगाई गई थी। वो बच्चे भी विरोध में शामिल हुए। बच्चों ने आरोप लगाया कि जीते सरपंच प्रत्याशी ने उन्हें 5-5 हजार रुपए देने का लालच दिया था कि वो जिन बुजुर्ग और दिव्यांग को वोट डलवाने ले जा रहे हैं, उनसे उसके पक्ष में वोट डलवाएं।लेकिन बाद में उन्हें पैसे भी नहीं दिए गए। सरपंच प्रत्याशी मुकेश बेलचंदन का आरोप है कि रेडक्रास और स्काउट के बच्चों के जरिए जीते हुए प्रत्याशी ने 250 से अधिक फर्जी मतदान कराया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और रिकाउंटिंग करवाई जानी चाहिए।
आज करेंगे दुर्ग कलेक्टोरेट का घेराव- भाजपा नेता व सरपंच प्रत्याशी मुकेश बेलचंदन बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ दुर्ग कलेक्टोरेट घेराव करने पहुंच सकते हैं। खबर लिखे जाने तक गांव में लोगों की मीटिंग चल रही है। ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि वो खुद कलेक्टर को लिखित में देंगे और दोबारा काउंटिंग या फिर मतदान की मांग करेंगे।