परिजनों का हंगामा, चक्का जाम:40 घंटे बाद मिला नाले में बहे दूसरे युवक का शव
दुर्ग-भिलाई। जुनवानी स्थित नाले में मंगलवार रात मछली पकड़ने गए दो युवकों के बह जाने की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। घटना के बाद से ही पीलू निषाद का कोई पता नहीं चल पा रहा था। वहीं उसके साथी पवन खुटेल का शव बुधवार को ही मिल गया था। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे पीलू का शव घटना स्थल से आधा किलोमीटर दूर बरामद किया गया।
शव मिलने में हो रही देर को लेकर परिजनों ने बुधवार को जुनवानी रोड पर जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया था। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद चक्का जाम हटाया गया। स्मृति नगर चौकी के पुलिस जवानों ने जल्द ही मौके पर पहुंच कर यातायात को सुगम बनाया। इस दौरान जाम में करीब आधे घंटे तक लोग परेशान होते रहे।
मंगलवार रात करीब 8 बजे विनोबा नगर जुनवानी निवासी पीलू निषाद और पवन खुटेल अपने दोस्त नरेंद्र वर्मा के साथ नाले में मछली पकड़ने पहुंचे थे। जाल डालते समय अचानक पवन का पैर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बहने लगा। पवन को बचाने के लिए पीलू भी नाले में कूद पड़ा। लेकिन तेज धार दोनों को अपने साथ ले गई। मौके पर मौजूद नरेंद्र वर्मा ने हालात देखकर नाले में उतरने की हिम्मत नहीं की। उन्होंने दौड़कर बस्ती में जाकर लोगों को जानकारी दी। घटना की खबर मिलते ही स्मृति नगर पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंच गई।
SDRF की टीम लगातार तलाशी अभियान में जुटी रही। बुधवार को पवन का शव नाले से बरामद हो गया था, लेकिन पीलू का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे पीलू निषाद का शव घटना स्थल से आधा किलोमीटर दूर मिला। SDRF की मदद से शव को बाहर निकालकर स्मृति नगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
शव मिलने में हो रही देरी को लेकर परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों का कहना था कि अगर समय पर खोजबीन की जाती तो शायद पीलू की जान बचाई जा सकती थी। मृतक के भाई ने रोते हुए कहा कि खोज में काफी देर की गई। बता दें कि हादसे के समय इलाके में लगातार बारिश हो रही थी। इसी वजह से नाले का बहाव बेहद तेज था। SDRF के जवानों ने बताया कि बारिश में नाले में उतरना बेहद खतरनाक था। कई जगह पेड़ गिरे हुए थे। बहाव इतना ज्यादा था कि तलाशी अभियान में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
suntimes 