भिलाई में बनी बुद्ध प्रतिमा श्रीलंका के बौद्ध महोत्सव में होगी शामिल
मूर्तिकार चंद्रशेखर गंवई ने फाइबर ब्लॉक से बनाई 7 फीट ऊंची, मात्र 27 किलो वजनी प्रतिमा, श्रीलंका के भंते ने दिया था ऑर्डर
भिलाई की कला अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ने जा रही है। निगम एमआईसी मेंबर व मूर्तिकार चंद्रशेखर गंवई द्वारा बनाई गई भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा श्रीलंका के प्रतिष्ठित बौद्ध उत्सव में प्रदर्शित की जाएगी।
भिलाई। भिलाई की मिट्टी से जुड़ी कला अब विदेशी धरती पर पूजनीय रूप में प्रतिष्ठित होने जा रही है। स्थानीय मूर्तिकार एवं नगर निगम के एमआईसी मेंबर चंद्रशेखर गंवई द्वारा निर्मित भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा श्रीलंका के एक प्रसिद्ध बौद्ध महोत्सव में सम्मिलित की जाएगी। यह प्रतिमा मुंबई होते हुए जल्द ही श्रीलंका रवाना की जाएगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चंद्रशेखर गंवई ने बताया कि प्रतिमा का ऑर्डर उन्हें श्रीलंका से आए एक भंते ने दिया था। उनकी प्रमुख शर्त यह थी कि प्रतिमा का वजन अत्यंत कम हो। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए गंवई ने इसे फाइबर ब्लॉक से तैयार किया, जिसका कुल वजन मात्र 27 किलो है, जबकि इसकी ऊंचाई 7 फीट 3 इंच है।
गंवई ने बताया कि लगभग दो वर्ष पहले उन्होंने अपने एक परिचित को भगवान बुद्ध की तीन फीट ऊंची प्रतिमा उपहार स्वरूप दी थी। संयोगवश, उसी दौरान कुछ भंते उनके निवास पर पधारे थे, जिन्होंने वह मूर्ति देखी और उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने की इच्छा जताई। इसी मुलाक़ात के बाद उन्हें श्रीलंका से यह विशेष ऑर्डर मिला।
उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का गौरवपूर्ण क्षण है, जब उनके द्वारा गढ़ी गई मूर्ति अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित की जाएगी। उन्होंने मूर्तिकला को न केवल शौक, बल्कि आध्यात्मिक साधना बताया।
आईबीसी24 से विशेष बातचीत में चंद्रशेखर गंवई ने अपनी कला यात्रा, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं को लेकर भी कई अहम बातें साझा कीं।