समस्याओं की पहचान कर समाधान खोजें, तभी समाज होगा लाभान्वित : राज्यपाल रमेन डेका

रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी के विद्यारंभ समारोह में शामिल हुए राज्यपाल; ड्रोन क्लब का किया शुभारंभ, विद्यार्थियों से रोजगार सृजन की दिशा में सोचने का आह्वान

समस्याओं की पहचान कर समाधान खोजें, तभी समाज होगा लाभान्वित : राज्यपाल रमेन डेका

 छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि आज की पीढ़ी को केवल रोजगार की तलाश तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि समाज की समस्याओं की पहचान कर उनके समाधान विकसित करने की दिशा में कार्य करना चाहिए, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिल सके। वे शनिवार को भिलाई स्थित रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के विद्यारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के ड्रोन क्लब का भी उद्घाटन किया।

भिलाई। रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी में शनिवार को आयोजित नवप्रवेशी विद्यार्थियों के विद्यारंभ समारोह में राज्यपाल रमेन डेका ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का असली उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं, बल्कि ऐसे समाधान विकसित करना है जो समाज और देश के लिए उपयोगी साबित हों। उन्होंने कहा कि आज की तकनीक—ड्रोन, एआई, ब्लॉकचेन और मशीन लर्निंग—हर क्षेत्र को नए आयाम दे रही है। विद्यार्थी इन तकनीकों का उपयोग जनकल्याण और सामाजिक परिवर्तन के लिए करें।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के ड्रोन क्लब का उद्घाटन करते हुए कहा कि ड्रोन अब केवल उड़ने वाली मशीनें नहीं हैं, बल्कि कृषि, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यावरण संरक्षण में बड़े बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को जिज्ञासु बने रहने, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता विकसित करने तथा विफलता से न डरने का संदेश दिया।

समारोह में सांसद विजय बघेल, विधायक रिकेश सेन और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय भी उपस्थित रहे। सांसद बघेल ने भिलाई को शिक्षा का उभरता हुआ केंद्र बताया और विद्यार्थियों को अनुशासन के साथ आगे बढ़ने की सीख दी। विधायक सेन ने विश्वविद्यालय के वैशाली नगर क्षेत्र में स्थापित होने को सौभाग्य बताया। वहीं प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने विद्यार्थियों को पाँच लक्षण—काक चेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निद्रा, अल्पाहारी और गृहत्यागी—अपनाने की प्रेरणा दी।

कुलपति संतोष रूंगटा ने स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और शोध गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, प्राध्यापक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।