निकाले गए मजदूरों को रखने की मांग को लेकर जेपी सीमेंट के समक्ष धरना प्रदर्शन

भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति द्वारा आज जेपी सीमेंट के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से जेपी सीमेंट से निकाले गए कर्मचारियों को पुनः काम पर वापस लो के नारे के साथ सैकड़ों साथी उपस्थित थे।
2016 से 142 मजदूरों को काम से निकाल दिया गया है। मजदूर आज दिनांक तक इंतजार में बैठे हैं कि जब भी उत्पादन शुरू होगा उस समय पुराने श्रमिकों को काम पर लिया जाएगा। वर्तमान में जे पी सीमेंट को डालमिया कंपनी द्वारा टेकओवर किया जा रहा है। और उत्पादन भी अप्रैल या मई के आसपास शुरू हो सकता है। ऐसी स्थिति को देखते हुए आज मजदूरों ने प्रबंधक को याद दिलाने के लिए गेट के सामने प्रदर्शन के माध्यम से अपना उपस्थिति दर्ज कराई। फिर 4:00 बजे प्रबंधक को आवेदन सौंपा। प्रबंधक ने एक साथी को बात करने के लिए बुलाया। बातचीत में सबकी सहमति से एक साथी को भेजा गया और बातचीत की गई। जिसमें यूनियन की तरफ से कहा गया कि हमारी एक ही मांग है डालमिया उत्पादन शुरू करता है तो सबसे पहले निकाले हुए 142 मजदूरों की पहली प्राथमिकता होगी। अगर इन मजदूरों को नहीं लिया जाएगा तो उत्पादन शुरू होने के पहले आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम में लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन से सुरेंद्र मोहंती, देवेंद्र सोनी, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति एवं जिला किसान संघ से रमाकांत बंजारे, महिला मुक्ति मोर्चा से मीरा डेहरिया ने अपना वक्तव्य रखा। धरना में जेपी सीमेंट के श्रमिक बंधन सोनी, मनीष सिविल, उत्तरा भाई ने भी अपनी बात रखी। इसके अलावा वेंकट, नरोत्तम, सुखवा, राकेश, राजाराम, राजेंद्र, रामकुमार सहित सैकड़ों मजदूरों ने प्रदर्शन में भाग लिए। कार्यक्रम का संचालन कला दास डेहरिया ने किया।