भिलाई में 'गुणवत्ता यात्रा' का आयोजन, इंजीनियरिंग निर्यात को मिलेगी नई दिशा

भिलाई में 'गुणवत्ता यात्रा' का आयोजन, इंजीनियरिंग निर्यात को मिलेगी नई दिशा
  • प्रयोगशाला मान्यता और गुणवत्ता मानकों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
  • 'लोकल से ग्लोबल' के लक्ष्य को लेकर उद्योग जगत में उत्साह
  • NABL, QCI, EEPC सहित विभिन्न संगठनों की सक्रिय सहभागिता

भिलाई के सुपेला स्थित होटल अमीत पार्क में 'गुणवत्ता यात्रा' विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए प्रयोगशाला मान्यता और नियामक मानकों के पालन की आवश्यकता को उद्योगजगत तक पहुँचाना था। यह पहल प्रधानमंत्री के 'लोकल से ग्लोबल' विज़न की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

भिलाई। इंजीनियरिंग निर्यात को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में ‘गुणवत्ता यात्रा’ शीर्षक से एक जागरूकता कार्यक्रम भिलाई के सुपेला स्थित होटल अमीत पार्क में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का केंद्रबिंदु था — प्रयोगशालाओं की मान्यता (Laboratory Accreditation), गुणवत्ता प्रमाणीकरण और नियामक मानकों का पालन।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महामंत्री श्री अजय भसीन ने उद्घाटन करते हुए कहा, “भारत को वैश्विक बाजार में प्रभावी उपस्थिति दर्ज करानी है, तो गुणवत्ता व मानकों का पालन अनिवार्य है। 'लोकल से ग्लोबल' की दिशा में प्रयोगशाला मान्यता एक मजबूत आधार है।”

कार्यक्रम में NABL (नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज़), QCI (क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया), EEPC इंडिया और छत्तीसगढ़ शासन के उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी रही।

विशेष वक्ता श्री संजय मिश्रा ने प्रयोगशाला मान्यता प्रक्रिया, सरकारी योजनाएं, गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र और तकनीकी सहायता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा अब MSMEs, स्टार्टअप्स और निर्यातकों को तकनीकी एवं नियामक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे उनकी वैश्विक प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ सके।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित थे — चेम्बर चेयरमैन श्री दिनकर बासोतिया, श्री अनिल शर्मा, श्री अनिल जेठानी, श्री रोहन कुकरानिया, श्री लल्लन तिवारी, श्री शमन नथानी, उद्योग चेम्बर अध्यक्ष श्री जे.पी. गुप्ता, श्री भोला नाथ सेठ, श्री शिवराज शर्मा, श्री रोहित भसीन, श्री मनोहर कृष्णानी, श्री राकेश मल्होत्रा, श्री नरेश वासवानी, श्री प्रमोद कोल्हटकर, श्री संतोष गेहानी व अन्य गणमान्य सदस्य।

कार्यक्रम का संचालन श्री सुनील मिश्रा ने दक्षता के साथ किया।

सभी वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि गुणवत्ता आधारित उत्पादन एवं सर्टिफिकेशन प्रणाली अपनाने से न केवल निर्यातकों को लाभ होगा, बल्कि भारत की वैश्विक पहचान भी सशक्त होगी।