माता लक्ष्मी के मान-मनौवल के बाद भगवान जगन्नाथ का श्रीमंदिर में भव्य प्रवेश

सेक्टर-6 स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर में हुआ पाटवेश, फलों व व्यंजनों का भोग, भक्तों में बंटा प्रसाद

माता लक्ष्मी के मान-मनौवल के बाद भगवान जगन्नाथ का श्रीमंदिर में भव्य प्रवेश

भिलाई के सेक्टर-6 स्थित जगन्नाथ मंदिर में परंपरागत रीतियों के साथ भगवान जगन्नाथ का पाटवेश एवं श्रीमंदिर प्रवेश का आयोजन हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। खास बात रही कि मंदिर में प्रवेश से पहले माता लक्ष्मी के साथ उनके रूठने-मनाने की पुरातन लीला को जीवंत किया गया, जिसे भक्तों ने श्रद्धा व उल्लास से देखा।

भिलाई। ट्विन सिटी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में आज प्रातःकाल भगवान जगन्नाथ का पवित्र स्नान समारोह विधिपूर्वक संपन्न हुआ। इसके पश्चात उन्हें पारंपरिक पाटवेश धारण कराया गया। भगवान को सुगंधित पुष्पों की माला पहनाई गई और विभिन्न प्रकार के फलों — आम, अमरूद, नाशपाती, अनानास, मौसंबी आदि — का भोग अर्पित किया गया। मध्यान्ह में सुखे व्यंजनों का भोग लगाया गया और श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया, जिसे भक्तों ने श्रद्धा और आनंदपूर्वक ग्रहण किया।

शाम 5:00 बजे भगवान जगन्नाथ की परंपरागत यात्रा आरंभ हुई, जिसमें वे सबसे पहले शिव शंकर मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद भगवान जगन्नाथ श्री मंदिर की ओर अग्रसर हुए, लेकिन जैसा कि परंपरा है, माता लक्ष्मी उन्हें सीधे मंदिर में प्रवेश नहीं करने देतीं।

इस अनूठी लीला में माता लक्ष्मी को मनाने का क्रम चला। भगवान ने उन्हें मनाने के लिए विभिन्न प्रकार के विनोद और वचन कहे, मनुहार की, और अंततः माता लक्ष्मी ने उन्हें श्रीमंदिर में प्रवेश की अनुमति प्रदान की।

इस आयोजन में मंदिर के मुख्य पुजारी पं. तुषार कान्त माहापात्र, समिति अध्यक्ष दिलीप महंती, महासचिव अरुण पंडा, ललित पाणिग्रही, गजेंद्र पंडा, रविंद्र साहू, शरद विशाल, संजय साहू, संतोष महाराणा सहित बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में भक्ति, परंपरा और सांस्कृतिक समरसता का अद्भुत संगम देखने को मिला।