कांग्रेस नेता की दबंगई के खिलाफ जामुल थाने का घेराव:उद्योगपति की पिटाई के बाद कार्रवाई न होने पर भाजपाइयों ने किया विरोध

कांग्रेसी नेता ने दबंगई दिखाते हुए एक उद्योगपति की बेरहमी से पिटाई कर दी।

कांग्रेस नेता की दबंगई के खिलाफ जामुल थाने का घेराव:उद्योगपति की पिटाई के बाद कार्रवाई न होने पर भाजपाइयों ने किया विरोध

दुर्ग जिले के भिलाई में एक कांग्रेसी नेता ने दबंगई दिखाते हुए एक उद्योगपति की बेरहमी से पिटाई कर दी। इस मामले में जामुल पुलिस ने साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया। इसके विरोध में भाजपाइयों ने जामुल थाने का घेराव कर पुतला दहन करने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में जमकर झूमा झटकी हुई। बाद में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, तब जाकर मामला शांत हुआ।

कैलाश नगर हाउसिंग बोर्ड वार्ड के पार्षद नोहर वर्मा ने बताया कि कांग्रेसी नेता रोहण अग्रवाल ने बीती देर रात आम्रपाली अपार्टमेंट में रह रहे उद्योगपति ज्योतिकांत अग्रवाल से मारपीट कर लूट की है। उसने उन्हें कालोनी के अंदर बेरहमी से मारा और उनकी सोने की चेन छीन ली। इसके बाद भाजपा कई नेता रात में आम्रपाली वनांचल सिटी पहुंचे। उन्होंने मामले की शिकायत जामुल थाने में की तो पुलिस ने रोहण अग्रवाल के खिलाफ मारपीट की साधारण धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें चलता कर दिया।

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उन लोगों ने चेन लूटने की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उसकी धारा का मामला नहीं दर्ज किया। इसके विरोध में गुरुवार दोपहर भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रिजेश बिचपुरिया, पार्षद पीयुष मिश्रा, नोहर वर्मा, भाजयुमो अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में भाजपाई जामुल थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने का घेराव कर वहीं धरना देना शुरू कर दिया।

पुतला दहन करने से रोकने के दौरान पुलिस और भाजपाइयों में हुई झड़प

जब भाजपाई थाने के सामने अपनी मांग को लेकर धरना दे रहे थे, उसी दौरान रोहण अग्रवाल जामुल थाने अपने साथियों के साथ पहुंचा। टीआई से कुछ बात की और फिर कालर ऊंची करके वहां से चला गया। ये देख भाजपाई आक्रोशित हो गए। उन्होंने थाने के सामने ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव का पुतला जलाने की कोशिश की। यह देखते ही पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश। इसमें दोनों पक्षों में जमकर झड़प हुई। बाद में छावनी, भिलाई तीन और सुपेला थाने की पुलिस को बुलाया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ।

जामुल पुलिस का कहना है कि पीड़ित पक्ष ने लूट के मामले की शिकायत की है। पुलिस उसकी जांच कर रही है। जांच के बाद यदि लूट होना साबित होता है तो उसके बाद धारा एफआईआर में जोड़ी जाएगी। इस तरह किसी के आरोप लगा देने से गंभीर धारा का मामला नहीं दर्ज किया जाता है। वहीं भाजपा पार्षद पीयुष मिश्रा ने पुलिस पर विधायक के इशारे में काम करने का आरोप लगाया है।