नवप्रवेशी बच्चों के स्वागत में खिला उल्लास: दुर्ग में हुआ जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव

तिलक, माला और मिठाई से किया गया नन्हे विद्यार्थियों का स्वागत सांसद विजय बघेल बोले – सरकारी स्कूल अब बना रहे हैं विश्वास और परिणाम की नई पहचान

दुर्ग जिले में शिक्षा को एक उत्सव के रूप में मनाते हुए आज जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें नन्हे नवप्रवेशी विद्यार्थियों का पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर भावनात्मक स्वागत किया गया। इस आयोजन में न केवल बच्चों के लिए उत्साह का माहौल रहा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और सरकारी स्कूलों की छवि में हो रहे सकारात्मक बदलाव पर भी जोर दिया गया।

दुर्ग। शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं रही, बल्कि अब वह उत्सव बनकर बच्चों की जिंदगी में रंग भर रही है। इसी उद्देश्य को साकार करते हुए दुर्ग जिले में आज स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम जे.आर.डी. बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का भव्य आयोजन हुआ।

इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्री विजय बघेल, कलेक्टर अभिजीत सिंह और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने आंगनबाड़ी से आए नन्हे बच्चों के माथे पर तिलक लगाया, माला पहनाई और मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया। पहली, छठवीं और नवमीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को गणवेश व पाठ्यपुस्तकें भेंट की गईं।

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मंच को जीवंत कर दिया और अतिथियों का स्वागत किया।

सांसद श्री बघेल ने अपने संबोधन में सरकारी स्कूलों की बदलती छवि को रेखांकित करते हुए कहा कि – “कुछ साल पहले तक शासकीय विद्यालयों को कमतर आंका जाता था, परंतु अब ये स्कूल सीमित संसाधनों के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर निजी स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं। शिक्षा अब व्यवसाय नहीं, बल्कि विश्वास का नाम है।”

उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों और प्रशासन को भी बधाई दी और कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल बच्चों में उत्साह आता है, बल्कि शिक्षा के प्रति उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने सभी नवप्रवेशी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और सभी शासकीय विद्यालयों में इसी भावना से शैक्षणिक वातावरण बनाए रखने की अपील की।