लालमैदान में मातारानी डोमशेड निर्माण पर फिर लगा ब्रेक, समिति ने उठाई आवाज़
सुभाष नवयुवक जागृति समिति ने पुलिस प्रशासन के रोक के खिलाफ जताया विरोध, डोमशेड निर्माण की दी चेतावनी – “सड़क से अदालत तक जाएंगे”

भिलाई के पावर हाउस स्थित लालमैदान में हर वर्ष शारदीय नवरात्र के अवसर पर सुभाष नवयुवक जागृति समिति द्वारा भव्य और आकर्षक पंडाल बनाकर दुर्गोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन न केवल भिलाई-दुर्ग क्षेत्र, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में एक विशेष पहचान बना चुका है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए लंबे समय से एक स्थायी डोमशेड निर्माण की मांग की जा रही थी।
भिलाई। इस मांग को गंभीरता से समझते हुए वैशालीनगर के नवनिर्वाचित विधायक श्री रिकेश सेन ने डोमशेड निर्माण और मैदान के सौंदर्यीकरण के लिए 1.14 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करवाई। इसके लिए भिलाई नगर निगम द्वारा ऑनलाइन टेंडर निकाला गया, प्रस्ताव पास हुआ और ठेकेदार का चयन भी कर लिया गया। लेकिन जब कार्य शुरू करने के लिए सामग्री और वाहन स्थल पर पहुंचे, तो छावनी पुलिस ने निर्माण कार्य रोक दिया।
यह पहली बार नहीं है जब डोमशेड निर्माण को रोका गया है। इससे पहले भिलाई के पूर्व विधायक श्री देवेंद्र यादव द्वारा भी भूमिपूजन के बाद निर्माण की पहल की गई थी, लेकिन तब भी काम को बीच में ही रोक दिया गया था।
इसी समस्या को लेकर मंगलवार को सुभाष नवयुवक जागृति समिति का प्रतिनिधिमंडल दुर्ग पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल से मिला। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लालमैदान की भूमि फिलहाल पुलिस प्रशासन के स्वामित्व में मानी जाती है और स्वामित्व संबंधी विवाद की स्थिति स्पष्ट होने तक कोई भी निर्माण कार्य संभव नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस बार समाधान स्थायी और अंतिम होगा।
इस बीच समिति के मंत्री अनिरुद्ध गुप्ता ने मीडिया के समक्ष स्पष्ट किया कि समिति मातारानी के भव्य डोमशेड निर्माण के लिए शासन-प्रशासन से लेकर न्यायालय तक जाने के लिए तैयार है। उनका कहना है कि यह न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं से जुड़ा विषय है, बल्कि एक लंबे समय से चली आ रही मांग भी है, जिसे अब अनदेखा नहीं किया जा सकता।