छत्तीसगढ़ ट्रांसमिशन कंपनी ने पूर्ण किए चार अहम बुनियादी कार्य, रेलवे और एनटीपीसी को मिलेगा बड़ा लाभ

कर्मचारियों की दक्षता और संसाधनों के कुशल उपयोग से समयबद्ध कार्यान्वयन, लागत में 25% तक की बचत

छत्तीसगढ़ ट्रांसमिशन कंपनी ने पूर्ण किए चार अहम बुनियादी कार्य, रेलवे और एनटीपीसी को मिलेगा बड़ा लाभ

छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। कंपनी ने चार जटिल और बहुप्रतीक्षित परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया, जिनसे रेलवे ट्रैक निर्माण और एनटीपीसी की कोयला परियोजना को नई गति मिलेगी। इन कार्यों में दो ऐसे कार्य भी शामिल हैं जिन्हें ट्रांसमिशन कंपनी ने अपने संसाधनों और कर्मचारियों के कौशल से बिना ठेके के पूरा किया।

रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश के औद्योगिक और आधारभूत विकास को गति देने वाले चार बड़े कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। इन कार्यों में रेलवे लाइन निर्माण, एनटीपीसी की कोयला खदान, और बिजली आपूर्ति से संबंधित अहम अवरोधों को दूर किया गया है। उल्लेखनीय है कि इनमें से दो कार्य ट्रांसमिशन कंपनी ने अपने इंजीनियरों की दक्षता से बिना किसी ठेके के पूरे किए हैं, जिससे करीब 25% लागत की बचत भी हुई।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और ट्रांसमिशन कंपनी के अध्यक्ष श्री सुबोध सिंह ने इस सफलता पर टीम को बधाई दी है। प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आज पूरा हुए चार प्रमुख कार्यों में —

  • 400 केवी कुरूद सबस्टेशन से राजिम तक 220 केवी लाइन का ऊर्जीकरण,
  • राजिम सबस्टेशन की क्षमता 320 एमवीए तक बढ़ाना,
  • रायपुर-कुरूद नई ब्रॉडगेज रेलवे लाइन में अड़चन बन रही 132 केवी लाइन की ऊंचाई बढ़ाना,

और एनटीपीसी की कोयला खदान के लिए जरूरी 132 केवी लाइन के अधूरे हिस्से का निर्माण शामिल है।

रेलवे लाइन बाधा दूर
रायपुर से कुरूद तक बिछ रही ब्रॉडगेज रेलवे लाइन पर 132 केवी की पुरानी लाइन की ऊंचाई मात्र 12.5 मीटर थी, जिससे रेलवे निर्माण कार्य अटका हुआ था। कंपनी ने महज एक माह के भीतर अपने संसाधनों से दो नए टॉवर बनाकर लाइन की ऊंचाई 15 मीटर से अधिक कर दी, जिससे रेलवे का कार्य अब समय पर पूरा हो सकेगा।

एनटीपीसी लाइन को मिला रास्ता
बिलासपुर से कोंडातराई जुड़ड़ा तक 132 केवी की लाइन लगभग पूरी हो चुकी थी, परंतु आधा किलोमीटर का हिस्सा ग्रामीण विरोध के कारण ढाई वर्षों से अधूरा पड़ा था। माननीय हाईकोर्ट के आदेश और पुलिस बल की उपस्थिति में यह कार्य अब पूर्ण हो गया है।

राजिम क्षेत्र को सुदृढ़ बिजली आपूर्ति
कुरूद स्थित 400/220 केवी सबस्टेशन से जुड़ी नई 220 केवी लाइन और राजिम में 160 एमवीए की दूसरी इकाई के ऊर्जीकरण से राजिम, महासमुंद, गरियाबंद, कुरूद और धमतरी जैसे क्षेत्रों के 50,000 से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।

स्वदेशी निर्माण से आत्मनिर्भरता
कंपनी ने दो परियोजनाओं को टर्न-की कांट्रेक्ट के बजाय लेबर कांट्रेक्ट पर पूरा किया, जिनमें टॉवर का निर्माण भिलाई स्थित वर्कशॉप में किया गया। इससे लागत में उल्लेखनीय कमी आई और कार्य गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा हो सका।

इस अवसर पर कार्यपालक निदेशकगण — श्री संजय पटेल, केएस मनोठिया, श्रीमती ज्योति नन्नौरे, एमएस चौहान, वीके दीक्षित, और मुख्य अभियंता अब्राहम वर्गीस भी उपस्थित रहे।