दुर्ग नगर गौरव आर्यिका रत्न दुर्लभमति माताजी का मंगल प्रवेश आज

30 सितंबर को बड़े मंदिर से पद्मनाभपुर महावीर जैन मंदिर तक होगा प्रवेश, 1 और 2 अक्टूबर को धार्मिक अनुष्ठान व प्रवचन

दुर्ग नगर गौरव आर्यिका रत्न दुर्लभमति माताजी का मंगल प्रवेश आज

  दिगंबर जैन समाज के लिए 30 सितंबर का दिन विशेष आस्था का अवसर लेकर आया है। आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज एवं श्री समयसागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या, दुर्ग नगर का गौरव, आर्यिका रत्न 105 दुर्लभमति माताजी ससंघ (चार पीछी) का मंगल प्रवेश आज दोपहर 4 बजे दुर्ग बड़े मंदिर से 1008 श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर पद्मनाभपुर में होने जा रहा है।

दुर्ग। स्थानीय समाज के सदस्य संजय बोहरा ने बताया कि 1 अक्टूबर 2025 को "संत भवन" में धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला होगी। दोपहर 2 बजे 1008 श्री आदिनाथ भगवान को पंडुकशीला पर विराजमान कर अभिषेक व शांतिधारा की जाएगी। इसके पश्चात आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज का ऐतिहासिक विधान "आचार्यश्री विधान" (108 अर्घ द्वारा) संपन्न होगा। यह आयोजन आर्यिका रत्न 105 दुर्लभमति माताजी, विद्वान पंडित श्री अनेकांत जी जैन तथा श्री राजू एंड संगीत पार्टी की भक्ति संगीतमयी प्रस्तुति के साथ सम्पन्न होगा।

कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती सुनीता संजय बोहरा ने जानकारी दी कि 2 अक्टूबर को "अहिंसा दिवस" पर प्रातः 9 बजे दुर्ग सेंट्रल जेल में माताजी का मंगल प्रवचन आयोजित किया जाएगा। इसके पश्चात माताजी की आहार चर्या पद्मनाभपुर स्थित 1008 श्री महावीर जैन मंदिर में संपन्न होगी।

समाज के धर्म स्नेही महानुभावों से अपील की गई है कि सभी श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित होकर धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ लें और पुण्य अर्जित करें।