दुर्ग में ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई: एक साथ 5 ठिकानों पर छापा, कई नामचीन कारोबारी जांच के घेरे में

अम्रपाली सोसायटी, स्पर्श हॉस्पिटल समेत दुर्ग के प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दबिश; 40 से अधिक अधिकारी दस्तावेजों की कर रहे गहन जांच

दुर्ग से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह शहर के पांच अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। यह छापेमारी कई चर्चित व्यवसायियों और संस्थानों से जुड़ी हुई है, जिनमें स्पर्श हॉस्पिटल, अम्रपाली सोसायटी और कई होटल-व्यवसाय शामिल हैं। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में अधिकारी तैनात हैं और अहम दस्तावेजों की गहन पड़ताल जारी है।

दुर्ग। राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ तेज़ होती कार्रवाई के बीच आज दुर्ग में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने संयुक्त रूप से एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। सुबह-सुबह पांच प्रमुख ठिकानों पर एक साथ दबिश दी गई, जिससे पूरे शहर में हलचल मच गई।

जानकारी के अनुसार, अम्रपाली सोसायटी में निवासरत अशोक अग्रवाल, स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय गोयल, व्यापारी बंसी अग्रवाल, होटल व्यवसायी आशीष गुप्ता और विशाल केजरीवाल के आवास व परिसरों में तलाशी ली जा रही है।

जांच में जुटे 40 से ज्यादा अधिकारी:
इस समन्वित छापेमारी में ACB और EOW की संयुक्त टीम के करीब 40 से अधिक अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों ने संबंधित ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। दस्तावेजों के साथ-साथ कंप्यूटर, हार्डडिस्क, रजिस्ट्रार और अन्य डिजिटल उपकरणों की भी गहन पड़ताल की जा रही है।

व्यापारिक नेटवर्क पर निगाह:
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इन सभी व्यक्तियों और संस्थानों के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं और आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच चल रही थी। कई व्यापारिक सौदों में गड़बड़ियों और अवैध लेनदेन की शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।

सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, मीडिया को दूर रखा गया:
कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई है। हर ठिकाने के बाहर पुलिस बल की तैनाती की गई है। मीडिया को छापे के स्थानों से दूर रखा गया, हालांकि अब तक की जानकारी सूत्रों के माध्यम से सामने आई है।

आने वाले घंटों में और खुलासे संभव:
सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई में कई अहम दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हाथ लगे हैं, जिनकी जांच के बाद बड़ी जानकारी सामने आ सकती है। इन नामचीन व्यवसायियों के साथ अन्य सहयोगियों और फर्मों के भी संलिप्त होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा।

छत्तीसगढ़ में एसीबी और ईओडब्ल्यू की यह समन्वित कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की सख्त नीति का संकेत देती है। आने वाले समय में इससे जुड़े और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है, जिससे कई और चेहरों के बेनकाब होने की उम्मीद की जा रही है।