गांजा नेटवर्क का मास्टरमाइंड पकड़ा गया: ओडिशा से माल लाकर दुर्ग में सप्लाई का खुलासा
कई महीने से पुलिस को दे रहा था चकमा, घर पर दबिश देकर किया गया गिरफ्तार
गांजा रैकेट में पहले ही चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, वहीं अब मुख्य सप्लायर संजू बिहारी के पकड़े जाने से पुलिस को नेटवर्क का बड़ा सिरा हाथ लगा है।
दुर्ग-भिलाई। उतई थाना पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी सत्येंद्र कुमार उर्फ संजू बिहारी को गिरफ्तार कर लिया। यह वही प्रकरण है जिसमें 16-17 अक्टूबर को सिद्धार्थ मेश्राम, यनशु वर्मा, विजयकांत वर्मा और संजीव वर्मा को अरेस्ट कर जेल भेजा जा चुका है। उस दौरान पूछताछ में खुलासा हुआ था कि गिरोह का मुख्य सप्लायर संजू बिहारी ओडिशा से भारी मात्रा में गांजा मंगाकर स्थानीय नेटवर्क के ज़रिए सप्लाई करता है।
ओडिशा से करता था सप्लाई, अवैध कमाई से खरीदी महंगी संपत्ति
जांच में सामने आया कि तस्करी से हुई कमाई को उसने लग्जरी लाइफ बनाने में खर्च किया। आरोपी ने अवैध धन से कार, स्कूटी, मोबाइल खरीदे और अपने घर के दस्तावेजों की किस्तें जमा कीं। पुलिस ने छापेमारी में ये सभी सामान जब्त कर लिए हैं।
घर में छिपा मिला, पुलिस ने दी दबिश
उतई पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी अपने परसदा स्थित घर में छिपा हुआ है। टीम ने तत्काल घेराबंदी कर दबिश दी और उसे मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संजू बिहारी ने स्वीकार किया कि वह ओडिशा से गांजा लाता था और अपने साथियों के जरिये सप्लाई करता था।
नेटवर्क था बड़ा, लोकेशन बदलकर बचता रहा पुलिस से
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी लंबे समय से लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। वह कई महीनों से पुलिस को चकमा देते हुए फरार चल रहा था। तस्करी से मोटी कमाई कर वह आरामदायक जीवन जी रहा था, जबकि पुलिस उसके नेटवर्क की निगरानी कर रही थी।
न्यायिक रिमांड पर भेजा गया जेल
गिरफ्तार आरोपी संजू बिहारी (35) मूल रूप से ग्राम मूर्तिपुर टिकैत का रहने वाला है और वर्तमान में परसदा, कुम्हारी में रह रहा था। उतई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। अधिकारियों ने बताया कि मामले में जुड़े अन्य नेटवर्क और संभावित कड़ियों की जांच अभी जारी है।
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