स्थानीय ठेकेदारों की अनदेखी पर जताई नाराजगी, विधायक को सौंपा ज्ञापन

भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेकेदारी प्रणाली में अनियमितताओं और श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण में मनमानी को लेकर कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने विधायक से की हस्तक्षेप की मांग

स्थानीय ठेकेदारों की अनदेखी पर जताई नाराजगी, विधायक को सौंपा ज्ञापन

भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत ठेकेदारों ने अपने हितों की अनदेखी और प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन को ज्ञापन सौंपा। ठेकेदारों ने ठेका वितरण, श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच व्यवस्था और पुराने अनुभवी ठेकेदारों की उपेक्षा जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए समाधान की मांग की है।

भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने संयंत्र में ठेकेदारों को हो रही विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि संयंत्र प्रबंधन स्थानीय एवं अनुभवी ठेकेदारों की उपेक्षा कर बाहरी एजेंसियों को नियमों को ताक पर रखकर ठेके सौंप रहा है।

ज्ञापन में बताया गया कि बीएसपी प्रबंधन द्वारा संयंत्र में छोटे-छोटे कार्यों को जोड़कर उसे बड़ा स्वरूप दिया जा रहा है, जिससे पुराने अनुभवी ठेकेदारों को कार्य से वंचित होना पड़ रहा है। इस संबंध में कई बार सुझाव भी दिए गए कि कार्य का वर्गीकरण करते समय स्थानीय, छोटे और मध्यम स्तर के ठेकेदारों को अनुभव और टर्नओवर के आधार पर सम्मिलित किया जाए, परंतु उस पर कोई अमल नहीं हुआ।

इसके साथ ही, एसोसिएशन ने श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण में हो रही अनियमितताओं का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि प्रबंधन द्वारा एक निजी संस्था से 1485 रुपए लेकर मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है, जबकि ठेकेदारों द्वारा श्रमिकों के लिए ईएसआईसी के अंतर्गत समुचित सुविधा युक्त अस्पताल की व्यवस्था पहले से की गई है। इसके बावजूद मेडिकल एक अस्थायी शेड में कराया जा रहा है, जो न केवल अवैध है बल्कि श्रमिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है।

एशोसिएशन पदाधिकारियों ने विधायक से आग्रह किया कि वे इन सभी विषयों पर बीएसपी प्रबंधन से वार्ता कर जल्द समाधान सुनिश्चित करवाएं, ताकि ठेकेदारों और श्रमिकों के हितों की रक्षा हो सके।